Vaikunth Blogs

मां नर्मदा के इस अष्टक से होती  हैं पाप-राशियों का नाश
मां नर्मदा के इस अष्टक से होती हैं पाप-राशियों का नाश

।। नर्मदाष्टकम् ।। सबिन्दुसिन्धुसुस्खलत्तरङ्गभङ्गरञ्जितं            द्विषत्सु पापजातजातकारिवारिस...

सभी पापों से मुक्ति तथा मोक्ष की प्राप्ति हेतु करें रमा एकादशी व्रत
सभी पापों से मुक्ति तथा मोक्ष की प्राप्ति हेतु करें रमा एकादशी व्रत

।। रमा एकादशी व्रत ।। श्रीब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार कार्तिकमाह के कृष्णपक्ष की एकादशी को “रमा ए...

सर्वत्र विजय प्राप्ति तथा पापों से मुक्ति हेतु करें विजया एकादशी व्रत
सर्वत्र विजय प्राप्ति तथा पापों से मुक्ति हेतु करें विजया एकादशी व्रत

।। विजया एकादशी व्रत ।। फाल्गुन मास के कृष्णपक्ष की एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है...

बल,बुद्धि तथा अभीष्ट की सिद्धि प्राप्ति के लिए करें मन्त्रगर्भ गणपति स्तोत्र का पाठ
बल,बुद्धि तथा अभीष्ट की सिद्धि प्राप्ति के लिए करें मन्त्रगर्भ गणपति स्तोत्र का पाठ

।। मन्त्रगर्भ श्री गणपति स्तोत्रम् ।।  श्रीवासुदेवानन्दसरस्वती द्वारा विरचित इस स्तोत्र में बारह...

चिरस्थायिनी लक्ष्मी प्राप्ति के लिए करें इस कल्याण वृष्टि स्तोत्र का पाठ
चिरस्थायिनी लक्ष्मी प्राप्ति के लिए करें इस कल्याण वृष्टि स्तोत्र का पाठ

।। कल्याण वृष्टि स्तोत्रम् ।।  श्रीमत् शंकराचार्यविरचित यह कल्याणवृष्टिस्तोत्र आचार्यपाद का विशिष...

स्थिर लक्ष्मी, ज्ञान तथा अविचल भक्ति प्राप्ति के लिए करें इस स्तोत्र का पाठ
स्थिर लक्ष्मी, ज्ञान तथा अविचल भक्ति प्राप्ति के लिए करें इस स्तोत्र का पाठ

।। श्रीपुण्डरीककृत तुलसी स्तोत्रम् ।।  श्रीपुण्डरीककृत इस स्तोत्र में भगवती तुलसी की उपासना की गय...

समस्त विपत्तियों से रक्षा करती है भगवत्कृत तुलसी स्तोत्रम्
समस्त विपत्तियों से रक्षा करती है भगवत्कृत तुलसी स्तोत्रम्

।। श्री तुलसी स्तोत्र ।। श्रीब्रह्मवैवर्तमहापुराण के प्रकृतिखण्ड में श्रीभगवान् द्वारा कथित यह तु...

विस्फोटक (चेचक) रोग तथा दैवीय कोप से रक्षा हेतु करें शीतलाष्टकम् का पाठ
विस्फोटक (चेचक) रोग तथा दैवीय कोप से रक्षा हेतु करें शीतलाष्टकम् का पाठ

।। शीतलाष्टकम् स्तोत्र ।। यह स्तोत्र स्कन्दपुराण में वर्णित है । इस स्तोत्र में माँ शीतलादेवी के...

मनोकामना पूर्ति हेतु करें  श्रीविन्ध्येश्वरी स्तोत्र
मनोकामना पूर्ति हेतु करें श्रीविन्ध्येश्वरी स्तोत्र

।। श्री विन्ध्येश्वरी स्तोत्रम् ।। विन्ध्याचल पर्वत पर विराजमान माता विन्ध्येश्वरी समस्त भोग एवं...

 +91 |

By clicking on Login, I accept the Terms & Conditions and Privacy Policy

Recovery Account