Vivah Muhurat 2024: जानें 2024 में शुभ तिथि और मुहूर्त

Vivah Muhurat 2024: जानें 2024 में शुभ तिथि और मुहूर्त

षोडश संस्कारों का उल्लेख हमें हमारे धर्मग्रन्थों में प्रायः प्राप्त होता है । इन्हीं षोडश संस्कारों के अन्तर्गत् एक महत्वपूर्ण संस्कार “विवाह संस्कार” है । विवाह संस्कार सामाजिक और पारम्परिक तौर पर अत्यन्त महत्त्वपूर्ण और पवित्र बंधन माना जाता है । विवाह संस्कार के माध्यम से दो परिवार आपसी प्रेम और घनिष्ठता के सम्बन्धों में बंधते हैं और यहाँ से पुनः आपने जीवन की एक नई शुरुआत करते हैं । 

हमारे सनातन धर्म में किसी भी मांगलिक कार्य को करने से पूर्व उस कार्य के लिए उचित मुहूर्त है या नहीं , इस विषय पर  विचार अवश्य किया जाता है क्योंकि यदि किसी मांगलिक कार्य को करने का उचित मुहूर्त नहीं है और यदि वह कार्य कर दिया जाए तो अवश्य ही वह कार्य मंगल फल (शुभ फल ) प्रदान नहीं करेगा । इसलिए हम मांगलिक कार्यों से पूर्व ही वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा मुहूर्त को लेकर उचित परामर्श करते हैं जिससे की किसी प्रकार का अमंगल, दोष, या विघ्न बाधा कार्य की सिद्धि के पूर्व, मध्य या अन्त में न हो । 

विवाह में शुभ मुहूर्त का चयन करना, हिन्दू संस्कृति की एक प्राचीन परंपरा है । मान्यता है कि शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त पर सम्पादित किया गया विवाह या कोई भी मांगलिक कार्य अत्यंत शुभ माना जाता है । हिन्दू कैलेंडर के अनुसार साल 2024 में विवाह के शुभ मुहूर्त के लिए कई शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त हैं तो आइए जानते हैं - वर्ष 2024 में आने वाले माहों में होने वाले विवाह मुहूर्त की शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त के विषय में – 

साल 2024, मई और जून महीने में नहीं किया जाएगा विवाह का आयोजन 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब ग्रहों कि स्थिति सही न हो तब विवाह जैसा शुभ संस्कार सम्पन्न नहीं करना चाहिए। इस वर्ष 2024 अप्रैल माह में सूर्य के शुक्र राशि में प्रवेश करने के कारण मई और जून के माह में शुभ मुहूर्त नहीं है, जिसके पश्चात् इन दोनों माह में विवाह जैसे मांगलिक कार्यों को करना शुभ नहीं माना जाता है । विवाह संस्कार के लिए अप्रैल माह के बाद सीधा जुलाई तक का इंज़ार करना पड़ेगा । जुलाई माह में पांच से छह शुभ मुहूर्त रहेंगे । देवशयनी एकादशी के बाद देव सो जाते हैं जिसके कारण 16 जुलाई से 11  नवंबर के बीच विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है ।  

जुलाई 2024, शादी-विवाह शुभ तिथि :

9 जुलाई 2024 
11 जुलाई 2024
12 जुलाई 2024
13 जुलाई 2024
14 जुलाई 2024
15 जुलाई 2024

जुलाई 2024, शादी-विवाह शुभ मुहूर्त :

  • 9 जुलाई मंगलवार को दोपहर 02 बजकर 28 मिनट से शाम 06 बजकर 56 मिनट तक
  • 11 जुलाई गुरुगुवार को दोपहर 01 बजकर 04 मिनट से 12 जुलाई प्रातः 04 बजकर 09 मिनट तक
  • 12 जुलाई  शुक्रवार को प्रातः 05 बजकर 15 मिनट से 13 जुलाई प्रातः 05 बजकर 32 मिनट तक
  • 13 जुलाई शनिवार को प्रातः 05 बजकर 32 मिनट से दोपहर 03 बजकर 05 मिनट तक
  • 14 जुलाई रविवार को रात्रि 10 बजकर 06 मिनट से 15 जुलाई प्रातः 05 बजकर 33 मिनट तक
  • 15 जुलाई सोमवार को प्रातः 05 बजकर 33 मिनट से 16 जुलाई मध्य रात्रि 12 बजकर 30 मिनट तक

नवंबर 2024, शादी-विवाह शुभ तिथि :

12 नवंबर 2024
13 नवंबर 2024
16 नवंबर 2024
17 नवंबर 2024
18 नवंबर 2024
22 नवंबर 2024
23 नवंबर 2024
25 नवंबर 2024
26 नवंबर 2024
28 नवंबर 2024
29 नवंबर 2024

नवंबर 2024, शादी-विवाह शुभ मुहूर्त :

  • 12 नवंबर मंगलवार दोपहर 04 बजकर 04 मिनट से रात्रि 07 बजकर 10 मिनट तक
  • 13 नवंबर बुधवार दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से रात्रि 09 बजकर 48 मिनट तक
  • 16 नवंबर शनिवार रात्रि 11 बजकर 48 मिनट से 17 नवंबर प्रातः 06 बजकर 45 मिनट तक
  • 17 नवंबर रविवार प्रातः 06 बजकर 45 मिनट से 18 नवंबर प्रातः 06 बजकर 46 मिनट तक
  • 18 नवंबर सोमवार प्रातः 06 बजकर 46 मिनट से प्रातः 07 बजकर 56 मिनट तक
  • 22 नवंबर शुक्रवार प्रातः 11 बजकर 44 मिनट से 23 नवंबर प्रातः 06 बजकर 50 मिनट तक
  • 23 नवंबर शनिवार प्रातः 06 बजकर 50 मिनट से दोपहर 11 बजकर 42 मिनट तक
  • 25 नवंबर सोमवार प्रातः 01 बजकर 01 मिनट से 26 नवंबर, प्रातः 06 बजकर 53 मिनट तक
  • 26 नवंबर मंगलवार प्रातः 06 बजकर 53 मिनट से 27 नवंबर प्रातः 04 बजकर 35 मिनट तक
  • 28 नवंबर गुरुवार प्रातः 07 बजकर 36 मिनट से 29 नवंबर, प्रातः 06 बजकर 55 मिनट तक
  • 29 नवंबर शुक्रवार प्रातः 06 बजकर 55 मिनट से प्रातः 08 बजकर 39 मिनट तक

दिसंबर 2024, शादी-विवाह शुभ तिथि :

4 दिसंबर 2024
5 दिसंबर 2024 
9 दिसंबर 2024 
10 दिसंबर 2024
14 दिसंबर 2024
15 दिसंबर 2024

नवंबर 2024, शादी-विवाह शुभ मुहूर्त :

  • 4 दिसंबर बुधवार शाम 05 बजकर 15 मिनट से 05 दिसंबर प्रातः 01 बजकर 02 मिनट तक
  • 5 दिसंबर गुरुवार दोपहर 12 बजकर 49 मिनट से शाम 05 बजकर 26 मिनट तक
  • 9 दिसंबर सोमवार प्रातः 02 बजकर 56 मिनट से 10 दिसंबर प्रातः 01 बजकर 06 मिनट तक
  • 10 दिसंबर मंगलवार रात्रि 10 बजकर 03 मिनट से 11 दिसंबर प्रातः 06 बजकर 13 मिनट तक
  • 14 दिसंबर शनिवार प्रातः 07 बजकर 06 मिनट से दोपहर 04 बजकर 58 मिनट तक
  • 15 दिसंबर रविवार प्रातः 03 बजकर 42 मिनट से 07 बजकर 06 मिनट तक

विवाह संस्कार के लिए पंडित जी :

विवाह के लिए उचित मुहूर्त और पूजा की व्यवस्था हेतु वैकुण्ठ के साथ जुड़ें । यदि आप विवाह संस्कार से भी अन्य प्रकार की पूजा कराना चाहते हैं तो हमारी साइट vaikunth.co पर जाएं तथा अभी बुक करें| 

Vaikunth Blogs

Holika Dahan 2024: Date, Significance, Shubh Muhurat, and Puja Rituals
Holika Dahan 2024: Date, Significance, Shubh Muhurat, and Puja Rituals

Holi is one of the major festivals celebrated in India in the month of March. In this two-day festiv...

आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ से होगी‌ सर्वत्र विजय की प्राप्ति और व्यापार में वृद्धि
आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ से होगी‌ सर्वत्र विजय की प्राप्ति और व्यापार में वृद्धि

भगवान सूर्य देव को समर्पित यह आदित्यहृदय स्तोत्र श्री वाल्मीकि रामायण के युद्धकाण्ड के 105 में सर्ग...

पञ्च महापातकों से निवृत्ति एवं माता ललिता देवी की कृपा प्राप्ति हेतु
पञ्च महापातकों से निवृत्ति एवं माता ललिता देवी की कृपा प्राप्ति हेतु

श्रीमत् शंकराचार्य जी द्वारा विरचित यह स्तोत्र है | भगवती ललिता के विभिन्न स्वरूपों का स्मरण किया गय...

जानें 12 साल बाद ही क्यों लगता है महाकुम्भ
जानें 12 साल बाद ही क्यों लगता है महाकुम्भ

कुम्भ मेला देश के सबसे पुराने नगरों प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन एवं नासिक में आयोजित किया जाता है। प...

महामृत्युंजय मंत्र के जप का वैदिक एवं पौराणिक महत्व
महामृत्युंजय मंत्र के जप का वैदिक एवं पौराणिक महत्व

पुराणों में महामृत्युंजय मन्त्र जप एवं अनुष्ठान को विशेष प्रभावी बताया गया है, इसका उल्लेख ऋग्वेद, य...

कन्याओं के लिए उत्तम वर प्रप्ति तथा भक्तों के दुःख का हरण करने वाला कात्यायनी स्तोत्र
कन्याओं के लिए उत्तम वर प्रप्ति तथा भक्तों के दुःख का हरण करने वाला कात्यायनी स्तोत्र

श्री महाभागवत पुराण के अन्तर्गत श्रीराम जी द्वारा कात्यायनी माता की स्तुति की गयी है | जो मनुष्य प्र...

 +91 |

By clicking on Login, I accept the Terms & Conditions and Privacy Policy

Recovery Account