Vaikunth Blogs

मानसिक उपासना सर्वोपरि उपासना है,भगवान् शिव की उपासना में  करें शिवमानस पूजा स्तोत्र का पाठ
मानसिक उपासना सर्वोपरि उपासना है,भगवान् शिव की उपासना में करें शिवमानस पूजा स्तोत्र का पाठ

भगवान् शिव परम आनन्दस्वरूप, समस्त जगत् को धारण करने वाले तथा सर्वत्र व्यापक हैं ।  “शिवमानस पूजा” इस...

भगवान् श्रीकृष्णचन्द की अर्धांगिनी श्रीयमुनाजी की कृपा प्राप्ति एवं सर्वथा रक्षा हेतु श्रीयमुना कवच
भगवान् श्रीकृष्णचन्द की अर्धांगिनी श्रीयमुनाजी की कृपा प्राप्ति एवं सर्वथा रक्षा हेतु श्रीयमुना कवच

श्रीयमुना महारानी भगवान् श्रीकृष्ण की परम प्रेयसी हैं । इनका आचमन, दर्शन, कीर्तन आदि करने से कृष्णप्...

अचल लक्ष्मी प्राप्ति हेतु करें इन्द्रकृत श्रीमहालक्ष्मी-अष्टक का पाठ
अचल लक्ष्मी प्राप्ति हेतु करें इन्द्रकृत श्रीमहालक्ष्मी-अष्टक का पाठ

देवराज इन्द्र द्वारा विरचित माता लक्ष्मी को समर्पित यह स्तोत्र है । श्री महालक्ष्म्यष्टकम् स्तोत्र म...

दुःख, दरिद्रता तथा शत्रु बाधा को दूर करने के लिए करें परमेश्वर स्तोत्र का पाठ
दुःख, दरिद्रता तथा शत्रु बाधा को दूर करने के लिए करें परमेश्वर स्तोत्र का पाठ

इस स्तोत्र में कुल आठ श्लोक हैं । यह स्तोत्र भगवान् नारायण को समर्पित है, इस स्तोत्र का गुरुवार के द...

महामृत्युञ्जय मन्त्र  : जानें इसका महत्व, लाभ और उत्तम विधि ।
महामृत्युञ्जय मन्त्र : जानें इसका महत्व, लाभ और उत्तम विधि ।

शिवपुराण और लिंगपुराण में महामृत्युंजय मंत्र का विशेष महत्व प्रतिपादित किया गया है । इस महामंत्र के...

सम्पूर्ण भौतिक बाधाओं की निवृत्ति तथा लक्ष्मी-पति की कृपा प्राप्ति हेतु करें कमलापत्यष्टक का पाठ
सम्पूर्ण भौतिक बाधाओं की निवृत्ति तथा लक्ष्मी-पति की कृपा प्राप्ति हेतु करें कमलापत्यष्टक का पाठ

श्रीमत्परमहंसस्वामीब्रह्मानन्द जी द्वारा विरचियत यह स्तोत्र  है इस स्तोत्र में नौ श्लोक हैं जिनमें स...

अज्ञानवश हुए पापों के शान्ति हेतु और भगवति जगदम्बिका के आशीर्वाद प्राप्ति हेतु
अज्ञानवश हुए पापों के शान्ति हेतु और भगवति जगदम्बिका के आशीर्वाद प्राप्ति हेतु

आद्य शंकराचार्य  द्वारा विरचित भगवती दुर्गा को समर्पित यह स्तोत्र है । इस स्तोत्र में बारह श्लोक हैं...

कर्णवेध संस्कार की महत्ता तथा सनातन धर्म में उसकी उपादेयता ।
कर्णवेध संस्कार की महत्ता तथा सनातन धर्म में उसकी उपादेयता ।

जिस संस्कार में विधि-विधान पूर्वक बालक या बालिका के कर्ण का छेदन किया जाता है उस संस्कार विशेष को “क...

जन्म-जन्मान्तर तथा ज्ञाता-ज्ञात पापों की निवृत्ति तथा कैंकर्यभाव की प्राप्ति हेतु करें शिवापराध क्षमापन स्तोत्र का पाठ
जन्म-जन्मान्तर तथा ज्ञाता-ज्ञात पापों की निवृत्ति तथा कैंकर्यभाव की प्राप्ति हेतु करें शिवापराध क्षमापन स्तोत्र का पाठ

श्रीमत् शंकराचार्यजी द्वारा विरचित यह स्तोत्र है । इस स्तोत्र में साधक भगवान् शिव से अपने अपराध के ल...

 +91 |

By clicking on Login, I accept the Terms & Conditions and Privacy Policy

Recovery Account