icon
Vaikunth
सत्यनारायण व्रत कथा

सत्यनारायण व्रत कथा

7100

 अद्वितीय परब्रह्म परमात्मा का स्वरूप सत्य है, हम सभी आपकी शरण ग्रहण करते हैं।

बुकिंग परामर्श
उपनयन संस्कार

उपनयन संस्कार

25000

उपनयन  = 'उप ' उपसर्ग पूर्वक 'नी ' धातुसे 'ल्यु प्रत्यय करने पर उपनयन शब्द का  निर्माण होता है।

बुकिंग परामर्श
रुद्राभिषेक एवं शिवाराधन

रुद्राभिषेक एवं शिवाराधन

15000

  वेद परब्रह्म परमात्मा का नि:श्वास एवं साक्षात् नारायण का स्वरूप है -"वेदो नारायणः साक्षात् स्वयम्भूरिति शुश्रुम"

बुकिंग परामर्श
कर्णवेध संस्कार

कर्णवेध संस्कार

12000

जिस संस्कार में विधिपूर्वक सर्वप्रथम बालक का दाहिना एवं बालिका के बाएं कान का छेदन किया जाता है।

बुकिंग परामर्श
चूड़ाकरण संस्कार (मुण्डन)

चूड़ाकरण संस्कार (मुण्डन)

15000

 चूडा शब्द शिखा का पर्यायवाची है, जिस संस्कार में बालक को शिखा (चोटी) धारण करायी जाती है,

बुकिंग परामर्श
गोसूक्त  पाठ एवं हवन

गोसूक्त पाठ एवं हवन

11000

गोसूक्त का पाठ अथर्ववेद के चतुर्थ काण्ड में उपलब्ध होता है।

बुकिंग परामर्श
अन्नप्राशन संस्कार

अन्नप्राशन संस्कार

12000

शिशु को प्रथम बार तरल, स्वादिष्ट,मधुर, सात्विक एवं पवित्र अन्न खिलाया जाता है,

बुकिंग परामर्श
पृथ्वीसूक्त पाठ एवं हवन

पृथ्वीसूक्त पाठ एवं हवन

11000

पृथ्वी सूक्त का पाठ अथर्ववेद के 12 वें काण्ड में उद्धृत हैं, इन मन्त्रों के द्रष्टा अथर्वा ऋषि हैं।

बुकिंग परामर्श
पितृसूक्त  पाठ एवं हवन

पितृसूक्त पाठ एवं हवन

11000

यह सूक्त ऋग्वेद दशम् मण्डल में प्राप्त होता है।

बुकिंग परामर्श
वरुणसूक्त  पाठ एवं हवन

वरुणसूक्त पाठ एवं हवन

11000

ऋग्वेद के प्रथम मण्डल के 25 वें सूक्त को वरुणसूक्त कहते हैं।

बुकिंग परामर्श
इन्द्रसूक्त  पाठ एवं हवन

इन्द्रसूक्त पाठ एवं हवन

11000

 इन्द्र सूक्त के ऋषि अप्रतिरथ है, देवता इन्द्र तथा छन्द त्रिष्टुप है।

बुकिंग परामर्श
पवमानसूक्त  पाठ एवं हवन

पवमानसूक्त पाठ एवं हवन

11000

अथर्ववेद की पैप्लादशाखा में पठित 21 मन्त्रों को पवमान सूक्त के नाम से जाना जाता है।

बुकिंग परामर्श